जब भी traffic light पर कार रुकती है तो भीख मांगते बच्चे ओर औरते नज़र आते है कड़कती धूप मे औरते एक हाथ मे बच्चा ओर एक हाथ मे बोतल लिए पैसे मांगती है |उनकी यह दशा देख कर मन बहुत अशांत हो जाता है सोचती हू गरीबो के लिए सरकार ने न जाने कितनी योजनाये चलायी हुयी है अन्नपुरना रसोई मे कभी कोई गरीब खाना खाता नही देखा
पैसा खर्च भी हो रहा है पर गारीबों तक पहुच नही रहा |
सरकार डिजीटल इडिया को बढावा दे रही है और देश का एक तबका पेट की भूख मिटाने को हाथ फैलाये भीख मागने को मजबुर है|
पैसा खर्च भी हो रहा है पर गारीबों तक पहुच नही रहा |
सरकार डिजीटल इडिया को बढावा दे रही है और देश का एक तबका पेट की भूख मिटाने को हाथ फैलाये भीख मागने को मजबुर है|
Sochne wali baat ha👆
जवाब देंहटाएंSo true. Beautifully written. We get so caught up in our lives that we forget about the less fortunate. Impeccable writing.
जवाब देंहटाएं